रायपुर. भाजपा प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी (Chhattisgarh BJP incharge D Purandeswari) अब सख्ती से पेश आ रही हैं। अपने 2 दिवसीय दौरे में उन्होंने ऊपर से नीचे तक सभी नेताओं, पदाधिकारियों को दो टूक कहा कि अनुशासन में रहें। पार्टी के विरुद्ध किसी भी प्रकार की टिप्पणिया बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो भी पार्टी के विरुद्ध लिखा जा रहा है, जिला प्रभारियों की जिम्मेदारी है वह राज्य तक पहुंचे। और पार्टी नेतृत्व मुझे इस बारे में तत्काल सूचना दे। पुरंदेश्वरी के ये तेवर इसलिए हैं, क्योंकि बीते दिनों मोर्चा-प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी में हुई नियुक्तियों विवादों में रहीं। सोशल मीडिया पर पार्टी नेतृत्व पर ही आरोप लगे।
अपने दौरे के दूसरे दिन रविवार को सबसे पहले डी. पुरंदेश्वरी और सह प्रभारी नितिन नबीन ने जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों की बैठक ली। इसके बाद वे भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल हुईं। जिसमें आगामी बजट सत्र के दौरान बतौर प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते रणनीति बनाई गई। सभी विधायकों से कहा कि वे सदन में मुद्दे उठाएं।
वरिष्ठ विधायकों से कहा कि जनता से जुड़े मुद्दे उठाएं, सरकार को घेरें। सवाल पूछें। पुरंदेश्वरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वीकारा कि पार्टी के अंदर विचारों का मदभेद है। जिसे आपस में बैठकर दूर किया जाएगा। उधर, सूत्रों की मानें तो पुरंदेश्वरी मोर्चा-प्रकोष्ठ की नियुक्तियों के बाद पैदा हुए विवाद पर संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से रिपोर्ट ली।
पुरंदेश्वरी का सीधे सीएम भूपेश बघेल पर हमला
हंटर वाले सवाल पर- भूपेशजी हमारे बारे में क्यों टिप्पणी करते हैं। यह हमारा घर है। हम अपने घर के बारे में सोचते हैं। क्या वे हमसे डरते हैं? इस पर जवाब दें। भूपेश से उम्मीद नहीं- हमारे पास बहुत सारे मुद्दे हैं। जिस उम्मीद से जनता ने बघेल जी को सीएम बनाया। जनता को अब उनसे उम्मीद नहीं है।
20 फरवरी तक मोर्चा-प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी का करें गठन
प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी ने जिला प्रभारियों और जिला अध्यक्षों की बैठक ली। इन्हें 20 फरवरी तक मोर्चा-प्रकोष्ठ की मंडल स्तर की कार्यकारिणी गठन के निर्देश दिए। कहा कि इसमें देरी नहीं होनी चाहिए। बूथ लेवल तक संगठन को मजबूत करने के लिए सभी को टास्क दिए गए।
सवन्नी और चंद्राकर को नसीयत
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के कार्यक्रम में विधायक अजय चंद्राकर और भाजपा नेता भूपेंद्र सवन्नी आपस में भिड़ गए थे। जमकर कहा-सुनी और देख लेने तक की बात कही गई थी। यह विवाद भी पुरंदेश्वरी तक पहुंचा तो उन्होंने दोनों को अलग-अलग तलब किया। सूत्र बताते हैं कि इन्हें कहा कि सीनियर्स को ऐसा काम शोभा नहीं देता। विवादों से बचें। पार्टी की छवि खराब नहीं होना चाहिए।
बन रही जीरो बजट की स्थिति- डॉ. रमन
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन की वजह से प्रदेश दीवालियापन की ओर जा रहा है। जीरो बजट की स्थिति बन रही है। सरकार कर्ज के बोझ से दब गई है।
मुद्दों की कमी नहीं: कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमारे पास मुद्दों की कमी नहीं है। धान का मु²ा है। सेंड, कोल, लैंड और लिक्कर माफिया प्रदेश में सक्रिय हैं। इनकी मिलीभगत से टैक्स चोरी हो रही है।