मेरठ : आतंकी मॉड्यूल से जुड़े आतंकियों के साथ अन्य कई लोगों को असलाह सप्लाई करने के आरोपित रार्धना निवासी नईम ने कल देर रात पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। नईम की गिरफ्तारी को लेकर एनआइए ने कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए थे, जिसके चलते पुलिस अब तक शांत बैठी थी।
एनआइए के बुधवार को नईम को वांछित बताने पर पुलिस ने उसकी सरगर्मी से तलाश शुरू की। दबिश शुरू होने पर नईम ने कुछ लोगों के जरिये पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर सरेंडर की इच्छा जताई थी। वहीं, पुलिस अधिकारी नईम को गिरफ्तार करने की बात कह रहे हैं। एनआइए ने गत 25 दिसंबर को आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब ए इस्लाम का राजफाश कर अमरोहा के मुख्य आरोपित सुहैल समेत दस संदिग्धों को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार आरोपितों में हापुड़ के गांव वैट निवासी साकिब भी शामिल था। साकिब की निशानदेही पर एनआइए की टीम ने 26 दिसंबर को किठौर थाना क्षेत्र के गांव रार्धना में नईम की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी लेकिन वह फरार हो गया। एसएसपी अखिलेश कुमार का कहना है कि नईम एनआइए का वांछित है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआइए के अधिकारियों को सूचना दे दी गई है।
एसपी देहात मेरठ राजेश कुमार के अनुसार सूचना के आधार पर एनआईए और किठौर पुलिस ने किठौर- हापुड़ रोड पर आर के आर के फार्म्स के पास देखा था। इसके बाद उसके ऊपर दबाव बनाया गया। अब एनआईए अग्रिम कार्रवाई सुनिश्चित कर रही है।
ताबड़तोड़ दबिश के बाद कुछ लोगों ने नईम को पुलिस के सामने पेश करने की कवायद शुरू कर दी थी। दिनभर सरेंडर की पटकथा लिखी गई और देर रात नईम पुलिस के सामने पेश हो गया। हालांकि पुलिस नईम को गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
दिसंबर में पड़े थे छापे
एनआइए ने गत 25 दिसंबर को आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब ए इस्लाम का राजफाश कर अमरोहा के मुख्य आरोपित सुहैल समेत दस संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपितों में हापुड़ के गांव वैट निवासी साकिब भी शामिल था। साकिब की निशानदेही पर एनआइए की टीम ने 26 दिसंबर को किठौर क्षेत्र के गांव राधना में नईम की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी लेकिन वह फरार हो गया। आरोप है कि नईम ने सुहेल को असलाह मुहैया कराया था। गिरफ्तारी को लेकर एनआइए का कोई निर्देश नहीं होने के चलते पुलिस उसे पकड़ने से कतरा रही थी।
पहले भी कर चुका सरेंडर की कोशिश
एनआइए की छापामारी के अगले ही दिन नईम ने गांव के संभ्रांत लोगों के जरिए पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर सरेंडर करने की कोशिश की थी। लेकिन कोई दिशा-निर्देश न होने के चलते अधिकारियों ने सरेंडर कराने से भी इन्कार कर दिया था। इसके बाद नईम ने एक वीडियो वायरल कर खुद को बेकसूर बताया था।
एनआइए का निर्देश मिलते ही सक्रिय हुई पुलिस
बुधवार को एनआइए अधिकारियों ने नईम को गिरफ्तार कर पेश करने के निर्देश मेरठ पुलिस को दिए थे। इसके बाद मेरठ पुलिस व क्राइम ब्रांच सक्रिय हो गई। बुधवार दोपहर को दबिश देकर किठौर पुलिस ने नईम के परिजनों से पूछताछ की थी।
एनकाउंटर का डर था, इसलिए सरेंडर किया
जिन लोगों ने पूर्व में नईम के सरेंडर कराने की कोशिश की, उन्होंने गुरुवार को पुलिस अधिकारियों से संपर्क साधा। दरअसल, गांव वालों का मानना है कि नईम एनआइए का वांछित हो गया है। कहीं उसका एनकाउंटर न हो जाए, इसलिए उसका सरेंडर कराना ही उचित है। देर रात नईम पुलिस के सामने पेश कर दिया गया।
अन्य असलाह सप्लायर रडार पर, ताबड़तोड़ दबिश
नईम की तलाश में पांच सदस्यीय किसी खुफिया टीम ने गुरुवार तड़के राधना में छापामारी की। टीम ने नईम के अलावा कई अन्य घरों में भी दबिश दी। किठौर पुलिस को छापामारी की भनक नहीं लगी। सूत्रों के मुताबिक एनआइए व मेरठ पुलिस को अंदेशा है कि नईम के अलावा अन्य असलाह तस्कर भी आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं। उनके बारे में गोपनीय रूप से छानबीन की गई। टीम लगभग 30 मिनट बाद वापस लौट गई। कोहरे के दौरान हुई छापामारी को लेकर गांव के लोग भी अनजान हैं।
बाकी संदिग्धों के नाम सामने आने की चर्चा
पुलिस महकमा व क्षेत्र में चर्चा रही कि एनआइए द्वारा गिरफ्तार किए गए 10 संदिग्धों से पूछताछ के बाद कुछ अन्य संदिग्धों के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस व खुफिया एजेंसियां राधना व आस-पास के गांवों पर नजर जमाए हैं।
एनआइए ने बचाई दर्जनों जान: सत्यपाल
गुरुवार को मेरठ में प्रेसवार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह ने माना कि एनआइए की सक्रियता से दर्जनों निर्दोष की जान बच गई। सटीक सूचना के आधार पर एनआइए, दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस ने मिलकर बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। उन्होंने एनआइए की कार्रवाई पर सवाल खड़े करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 2014 से पहले तमाम आतंकी हमले हुए, किंतु मोदी सरकार के समय आतंकियों और नक्सलियों की कमर टूट गई। इस दौरान चंद घटनाएं जम्मू-कश्मीर एवं पंजाब में जरूर हुईं, किंतु अन्य स्थानों पर चौकस सुरक्षा तंत्र ने आतंकियों को कोई मौका नहीं मिलने दिया। कहा, राष्ट्रविरोधी ताकतें समाज का अमन चैन बिगाड़ने का प्रयास करेंगी, जिससे निपटना हम सबका दायित्व है।