कानपुर : मुंबई से गोरखपुर जा रही लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में युवक ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद कोच में अन्य यात्रियों को पत्नी के अचेत होने की बात कहकर गुमराह करता रहा। कानपुर सेंट्रल स्टेशन में ट्रेन रुकने पर जीआरपी ने दोनों को उतार लिया और युवती की जांच कराई तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर लिया। जीआरपी ने आरोपित पति को हिरासत में लेकर हत्या का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की है।
सिद्धार्थनगर के अजईया निवासी वीरेंद्र गुप्ता की शादी गोल्हरा निवासी गुडिय़ा (24) से हुई थी। वीरेंद्र महाराष्ट्र के मुंबई शहर के घाटकोपर में पत्नी के साथ रहकर सब्जी का ठेला लगाता था। वह मुंबई से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से पत्नी के साथ गोरखपुर लौट रहा था। शुक्रवार की रात कानपुर सेंट्रल पर जीआरपी को लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में किसी महिला के अचेत होने की सूचना मिली।
ट्रेन के स्टेशन पर आते ही जीआरपी ने अचेत महिला व उसके पति वीरेंद्र को नीचे उतार लिया। वीरेंद्र ने जीआरपी को बताया कि भोपाल के पास अचानक तबियत खराब होने से गुडिय़ा बेहोश हो गई थी। जीआरपी ने डॉक्टरों की टीम बुलाकर परीक्षण कराया तो गुडिय़ा मृत मिली। इसपर रेलवे पुलिस ने गुडिय़ा के मायके में परिजनों को सूचना देकर बुलाया, वहीं उसके शरीर पर चोंट के निशान और गले में निशान देखकर शक जताया।
शनिवार सुबह स्टेशन आए गुडिय़ा के भाई प्रभु गुप्ता ने बहनोई वीरेंद्र पर हत्या का आरोप लगाया। उसने बताया कि वीरेंद्र दहेज की मांग कर गुडिय़ा को प्रताडि़त करता था। जीआरपी की पूछताछ में वीरेंद्र ने कहासुनी के बाद गुडिय़ा को मायके छोडऩे जाने की बात कही। जीआरपी थाने के इंस्पेक्टर राममोहन राय ने बताया कि शव पर चोट के निशान व गर्दन में टे्रसस मिले हैं।
ट्रेन में महिला की हत्या के मामले में आरोपित पति वीरेंद्र गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में लिया गया है। ट्रेन के कोच एस-5 में वीरेंद्र के साथ सवार रहे अन्य यात्रियों से भी पूछताछ की जाएगी। घटना भोपाल की है, इसलिए मामले को जांच के लिए वहां स्थानांतरित किया जाएगा।