लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में भी काफी अराजकता रही। सहायक अध्यापक भर्ती की परीक्षा में अभ्यर्थियों को नकल और अपने स्थान पर किसी सॉल्वर से परीक्षा दिलवाना भारी पड़ा। एसटीएफ की टीमों, परीक्षा केंद्र के आंतरिक दल, पर्यवेक्षकों और पुलिस ने अलग-अलग जिलों में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है।
लखनऊ के साथ ही प्रयागराज, कानपुर व मुरादाबाद से सॉल्वर गिरोह के सदस्यों को पकड़ा गया। इनमें 28 युवक व एक युवती भी शामिल है। एसटीएफ ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। मेरठ के साथ ही मुरादाबाद में इसका पेपर आउट होने की सूचना थी। प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा के दौरान डिवाइस से नकल कराने और दूसरे के स्थान पर पेपर देने वाले गैंग के 29 लोग पकड़े गए। एसटीएफ ने ऐसे लोगों के खिलाफ धरपकड़ अभियान तेज कर रखा है। इसी बीच मेरठ व मुरादाबाद में पेपर व उत्तर परीक्षा के दौरान ही वाट्सएप पर वायरल होने से सूचना से अधिकारियों में खलबली मच गई। इसकी सूचना पर तुरंत सक्रिय एसटीएफ ने संबंध में कुछ लोगों को पकड़कर पूछताछ शुरू कर दी।
इनमें सबसे अधिक नौ सॉल्वर लखनऊ में एसटीएफ ने पकड़े, जबकि एसटीएफ ने ही प्रयागराज में सरगना समेत पांच सॉल्वरों को दबोचा है। इसके साथ ही कानपुर में दो और मुरादाबाद में चार सॉल्वर को पकड़ा गया है। यहां पर एक सिपाही की पत्नी गैंग चला रही है।
मुरादाबाद में पुलिस की टीम ने सहायक अध्यापक परीक्षा में छापामारी करते हुए सॉल्वर गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ा। जबकि, एक महिला को नकल करते हुए पकड़ा गया। पुलिस दावा कर रही है कि पेपर लीक और सॉल्वर गैंग के जरिए परीक्षा में सेंधमारी करने की तैयारी कर रहे थे। गैंग के सरगना की धरपकड़ को टीमें छापामारी कर रही है। एसएसपी जे रविन्दर गौड ने बताया कि सहायक अध्यापक परीक्षा कराने के लिए मुरादाबाद में 39 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 27 लाख 87 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए। परीक्षा से पहले ही पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम सॉल्वर गैंग पर काम कर रही थी। पुलिस को इनपुट मिला था कि सॉल्वर गैंग ने मुरादाबाद के कई सेंटरों को हैक कर लिया है। मझोला, कोतवाली और नागफनी पुलिस की एक टीम बनाकर सॉल्वर गैंग को पकडऩे के लिए लगाई गई। क्राइम ब्रांच को भी सॉल्वर गैंग की गतिविधि जानने के लिए लगाया था। पुलिस की टीम ने सबसे पहले नागफनी थाना क्षेत्र के अंबिका प्रसाद इंटर कालेज में छापा मारा, यहां से महेंद्र पुत्र जयपाल सिंह, देवेंद्र सिंह पुत्र भोला सिंह निवासीगण धनसुरपुर थाना असमोली, सम्भल को पकड़ा, जो पेपर सॉल्व करने में लगे हुए थे। बाद में पुलिस की टीम ने पारकर इंटर कालेज में छापा मारा। वहां से नवीन कुमार पुत्र हरपाल सिंह निवासी ग्राम मंगुपुरा थाना रजबपुर अमरोहा को पकड़ लिया है। सभी के कब्जे से पुलिस ने फर्जी प्रवेश पत्र, वोटर आइडी तथा इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस बरामद की गई। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मझोला थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इसके बाद टीम ने मझोला थाना क्षेत्र के साईं कन्या विद्या इंटर कालेज में छापा मारकर रश्मि पत्नी अंकित निवासी हिमगिरी कालोनी सिविल लाइन को पकड़ा, जो इलेक्ट्रोनिक्स डिवाइस से पेपर हल कर रही थी। रश्मि का पति अंकित मुरादाबाद आरपीएफ में तैनात है।
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक रविवार को लखनऊ के नेशनल इंटर कॉलेज में छापेमारी की गई। जहां नकल कराने के आरोप में कॉलेज के प्रिंसिपल उमाशंकर सिंह, कक्ष निरीक्षक शाहनूर जहां, विजय मिश्रा, बीएस जोशी, अशोक मिश्रा, राम इकबाल शुक्ल तथा अभ्यर्थी खुर्शीद आलम व बीरकेस यादव को गिरफ्तार किया गया। आरोपित वाट्सएप और फोन कॉल के माध्यम से परीक्षार्थियों को उत्तर बता रहे थे। गिरोह का सरगना गोसाईगंज थाने में तैनात सिपाही गोपालपुर, प्रतापगढ़ निवासी अरुण सिंह है। आरोपित कॉलेज के बाहर मौजूद था। अरुण का भाई अजय कुमार सिंह भी गिरोह संचालित करता है, जो मेरठ में भूगर्भ जल अधिकारी है। पुलिस उसकी तलाश में है।
कक्ष निरीक्षक गोमतीनगर निवासी शाहनूरजहां नगर पालिका वित्तीय संस्थान विकास बोर्ड में रेवेन्यू इंस्पेक्टर है। वहीं, दयानंद इंटर कॉलेज के कक्षनिरीक्षक अशोक मिश्रा निवासी मडिय़ांव और व्यवस्थापक राम इकबाल शुक्ल निवासी अशोकनगर को भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं, डालीगंज निवासी दयाशंकर जोशी उमा देवी संस्थान में शिक्षक है और कक्ष निरीक्षक था, जबकि कक्ष निरीक्षक विजय मिश्रा पर्यटन विभाग का कर्मचारी है।
प्रयागराज में एसटीएफ ने गिरोह के सरगना नागेंद्र सिंह, सॉल्वर राजेश यादव, मनोहर शाह, सुवीर कुमार सिंह और शिक्षामित्र सुरेश यादव को गिरफ्तार किया। हालांकि नागेंद्र का साथी विनोद वर्मा व संतोष यादव फरार हो गए। एसटीएफ सीओ नवेंदु कुमार ने बताया, नागेंद्र कौशांबी का निवासी है। सॉल्वर राजेश प्रतापगढ़ के पट्टी सराय गुलामी व मनोहर शाह बिहार के आरा जिले के नवादा क्षेत्र के जोरोमाइल गांव का रहने वाला है। प्रतापगढ़ के आसपुर देवसरा के शिक्षामित्र सुरेश ने नागेंद्र को एक लाख रुपये दिया था। उसकी जगह राजेश परीक्षा दे रहा था, जबकि संतोष के स्थान पर मनोहर परीक्षा में बैठा था। एसटीएफ ने सहारा पब्लिक स्कूल करेली, सरोज विद्याशंकर इंटर कॉलेज झूंसी से दोनों गिरफ्तार किया। स्कूल के बाहर खड़े नागेंद्र व सुरेश को भी दबोचा गया। पूछताछ में पता चला है नागेंद्र बिहार और जिले के आसपास से सॉल्वर बुलाकर परीक्षा में बैठाता था। सॉल्वरों को 50-50 हजार रुपये देता था और खुद ढाई से तीन लाख रुपये लेता था। प्रयागराज में ही सीएमपी डिग्री कॉलेज में प्रतापगढ़ के जयंत मौर्या के स्थान पर परीक्षा देते हुए सुवीर को पकड़ा गया है। आरोपित बिहार के नेवाद के गोविंदपुर थाना क्षेत्र स्थित विष्णुपुर का रहने वाला है।
कानपुर नगर में आर्य कन्या इंटर कालेज गोविंद नगर और गुरुनानक बालिका इंटर कालेज सुंदरनगर में पुलिस ने छापा मारकर दो सॉल्वर और एक अभ्यर्थी को पकड़ लिया। मीरजापुर के सेमफोर्ड स्कूल नटवा में एक महिला को नकल पर्ची के साथ पकड़ा गया। आजमगढ़ के शिबली नेशनल इंटर कालेज में एक अभ्यर्थी के स्थान पर दूसरा व्यक्ति परीक्षा देते पकड़ा गया। अयोध्या में भगवती प्रसाद स्मारक महाविद्यालय डारा रोड, परिक्रमा मार्ग में एक अभ्यर्थी इलेक्ट्रानिक डिवाइस का प्रयोग करते पकड़ा गया।
आगरा में आरबीएस इंटर कॉलेज में को अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने आए राजस्थान के अलवर निवासी सॉल्वर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। परीक्षा से पूर्व टूंडला पुलिस ने मोहन यादव नामक युवक को गिरफ्तार किया, जिसकी निशानदेही पर तीन अन्य युवकों को बसई गांव से दबोच लिया। अलीगढ़, आगरा व अलीगढ़ में भी नौ अभ्यर्थी ओएमआर शीट लेकर चले गए। इन सभी मामलों में एफआइआर दर्ज कराई गई है।