Plastic Awareness: प्लास्टिक हमारी जिंदगी में इस तरह से रच-बस गया है कि हम उससे होने वाले नुकसान को लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं या फिर उससे जीवों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव से अनजान हैं। पर्यावरण को होने वाले नुकसान की परवाह किए बगैर हम धड़ल्ले से अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर अब हम रुके नहीं, तो इसके परिणाम बहुत भयावह हो सकते हैं। यह प्लास्टिक जीवों की मौत का कारण बन रहा है। आज हम जो तस्वीर शेयर कर रहे हैं, वह आपको प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करने के लिए पर्याप्त है।
अमेरिका में फ्लोरिडा के बोका रैटन में एक नन्हा कछुआ बहकर समुद्र तट पर आ गया। वह पिछले सप्ताह गुम्बो लिम्बो नेचर सेंटर के सदस्यों को मिला था, लेकिन जल्द ही उसकी मौत हो गई। मेडिकल जांच में पाया गया कि उस नन्हें कछुए के पेट में प्लास्टिक के 104 टुकड़े थे। वह समुद्र में प्लास्टिक के इन टुकड़ों को अपना निवाला समझकर निगल गया था।
गुम्बो लिम्बो नेचर सेंटर ने 02 अक्टूबर को इस नन्हें कछुए और उसके पेट में पाए गए प्लास्टिक के 104 टुकड़ों की हृदय विदारक तस्वीर अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था। साथ ही लोगों से अपील कि थी वे समुद्र को प्लास्टिक फ्री बनाने में अपना योगदान दें।
मेडिकल जांच में पता चला कि नन्हें कछुए के पेट में बोतल के ढक्कन से लेकर बलून्स तक थे। डॉक्टर का कहना है कि जब प्लास्टिक के ये टुकड़े कछुए के पेट में गए होंगे तो उसे लगा होगा कि अब उसका पेट भर गया है। फिर उसने कुछ नहीं खाया, उसे जो पोषण मिलना चाहिए था, वो नहीं मिला। इस कारण से वह काफी कमजोर हो गया था। वास्तव में यह स्थिति हृदय विदारक है।